Wednesday, June 25, 2008

हमसे मिलने का ....

हमसे मिलने का यूँ सिलसिला रखना,
हमारे बाद हमारे कब्र का पता रखना॥

हमारे दीवानगी के चर्चे तो बहोत है,
तुम अपनी मोहब्बत का हौसला रखना॥


हर कोई आएगा पूछेगा तेरे दिल का मिजाज़,
दायरे इश्क में कदम अहिस्ता-अहिस्ता रखना॥

तू शबाब है नसीहतें फरेब होंगी,
जो फकत मेइल है उससे फासला रखना॥
प्रकाश "अर्श"
२२/०२/2008

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