Tuesday, December 30, 2008

दरिया है वो प्यासा है वो देखो नकाब में ...

चेहरा छुपाए रख्खा है वो देखो नकाब में ।
कातील है फ़रिश्ता है वो देखो नकाब में ॥

कत्ल करता है ऐसे के पता भी ना चले ,
जख्म देता है गहरा है वो देखो नकाब में ॥

हमसे रूठा है ये सितम है या अदा उसकी
जैसा भी है अच्छा है वो देखो नकाब में ॥

नाजुक लबों से उसके मोहब्बत की सदा सुन
जिन्दा हूँ के आया है वो देखो नकाब में ॥

मैं हूँ इस बात पे खामोश तू उसकी सब्र देख
दरिया है वो प्यासा है वो देखो नकाब में ॥

एक बेकली है जो दफ़न है"अर्श"मेरे सीने में
एक खलिश है के तड़पता है वो देखो नकाब में ॥

प्रकाश "अर्श"
३०/१२/२००८

29 comments:

  1. kya kya chhupa hai arsh dekho naqab mein, ek gazal ka dariya hai dekho naqab mein.,
    meri dua yahi hai arsh dekho ek din sagar se ja miloge tum dekho naqab mein. swapn

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  2. कत्ल करता है ऐसे के पता भी ना चले ,
    जख्म देता है गहरा है वो देखो नकाब में

    अर्श जी
    लाजबाब गजल है बधाई भाई . लिखते रहिये शुभकामनाओ के साथ.
    महेंद्र मिश्रा
    जबलपुर

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  3. क्या बात है अर्श भाई...वाह "मैं हूं इस बात पे खामोश तू उसकी सब्र देख / दरिया है वो प्यासा है वो देखो नकाब में"
    भई बिछ गये हैं इस शेर पर तो

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  4. बहुत ख़ूब लिखा, दरया है वो प्यासा है देख निक़ाब में वाह!
    नव-वर्ष की मंगलकामनाएँ।

    ---
    चाँद, बादल और शाम
    http://prajapativinay.blogspot.com/

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  5. मैं हूँ इस बात पे खामोश तू उसकी सब्र देख
    दरिया है वो प्यासा है वो देखो नकाब waah bahut badhiya

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  6. साल के अंत में एक और अच्छा प्रयास...लिखते रहें...
    नव वर्ष की आप और आपके समस्त परिवार को शुभकामनाएं....
    नीरज

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  7. बेहतर से बेहतरीन हो गया,अदब के ज़माल में
    ग़ज़ल पे ग़ज़ल लिख गया अर्श इस गए साल में,
    **********
    शानदार ग़ज़ल लिखकर आपने हमारे अन्दर के पाठक को जगा ही दिया
    अब ये प्यास लगी तो कैसे बुझेगी
    हमे जाम पे जाम चाहिए ग़ज़ल भर भर के

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  8. बहुत ही सुंदर लिखते हो भाई, कमाल कर देते हो....
    कत्ल करता है ऎसे कि पता भी ना चले,
    जख्म देता....
    वाह वाह नये साल मै भी आप की जूदाई कलम ओर भी निखरे
    धन्यवाद

    नव वर्ष की आप और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं !!!

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  9. नज्म पे नज्म कलाम पे कलाम
    इत्ती सी उम्र और इत्ती बड़ी उडान

    अरे पढ़ते पढ़ते मैं भी शायरी न करने लग जाऊ

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  10. "नव वर्ष २००९ - आप सभी ब्लॉग परिवार और समस्त देश वासियों के परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं "

    regards

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  11. Nav Varsh Ki shubhkaamnaayein...bas aise hi likhte rahiye...umda soch
    doosre sher ki doosri pankti mein zara flow toot raha hai,nazar daaliyega :)

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  12. नया साल...नया जोश...नई सोच...नई उमंग...नए सपने...आइये इसी सदभावना से नए साल का स्वागत करें !! नव वर्ष-२००९ की ढेरों मुबारकवाद !!!...नव-वर्ष पर मेरे ब्लॉग "शब्द-शिखर" पर आपका स्वागत है !!!!

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  13. आप सभी पाठकों का तहे दिल से धन्यवाद,आप सभी का प्यार ,स्नेह और आशीर्वाद का ये फल है ,आप सबों का प्रोत्साहन मुझे बेहतर लिखने को उत्प्रेरित करता है ...
    साथ में आप सभी बंधू बांधवों को नव वर्ष की मगल्कामना ...

    आभार
    अर्श

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  14. nav warsh ki aapko dher saari shubhkaamnaaye...

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  15. बहुत खूब| नया साल आपको मुबारक हो|

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  16. बहुत खूब...बैठा हूं दर्द की बरसी में तजुर्बे के लिए...गजल का यह सिलसिला नये साल में भी चलता रहे...

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  17. hamesha ki tarah bahut hi achchee ghazal hai.
    kaun sa sher pick karun..sabhi bahut khubsurat hain--naye saal ka sundar tohfa!dhnywaad-

    आप को और आपके परिवार को नव वर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएं

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  18. कुछ ही पलों में आने वाला नया साल आप सभी के लिए
    सुखदायक
    धनवर्धक
    स्‍वास्‍थ्‍वर्धक
    मंगलमय
    और प्रगतिशील हो

    यही हमारी भगवान से प्रार्थना है

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  19. बहुत खूब अर्श जी, खूबसूरत, लाजवाब ग़ज़ल

    आपको नव वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं

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  20. वाह अर्ष भाई बढिया ग़ज़ल आपको नव वर्ष की शुभकामनाएं।

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  21. bhaiya...happy new year...!!
    is naye saal me bhi isi tarah likhte rahein... :))

    Puneet Sahlot
    http://imajeeb.blogspot.com

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  22. arsh bhaiyye abki baar to naqab phenakar kamal kar diya bahut hi jordaar likha hai.....
    aapko bhi naye saal ki mubarakbaad .....

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  23. बहुत अच्छा लिखा है,इसे पढ़ कर एक गाना याद आ गया

    चेहरा छुपा लिया है किसी ने नकाब में...

    आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...

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  24. नववर्ष की हार्दिक ढेरो शुभकामना

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  25. bahut achchhi gajal hai. nakab ke dhero rub dikha diye aapne

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  26. नई उमंगों के साथ आए नया वर्ष....

    आपको नववर्ष की शुभकामनायें....

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  27. ek baar fir tumhara aakhiri sher.....nakab vaala khas pasand aaya .ye tumne shayad lock laga rakha hai ,jiski vajah se copy paste nahikar pa raha.

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  28. बहुत बेहतर ’अर्श’ भाई, बहुत उम्दा. नक़ाब कुशाई सिर्फ़ अफ़्सानों की नहीं हक़ीक़त की भी होती है. आपने सब दर्ज किया. बासलीक़ा किया, ये बहुत खु़शी की बात है. विनय भाई "नज़र" से सम्पर्क बनाए रखिए.
    ---आपका शुभचिंतक बवाल

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